बदला अभी बाकि है...
बदला अभी बाकि है...
पहला बदला पूरा
अब इसकी बारी...
विभूति शंकर ढ़ोडियाल
सुरक्षा बलों ने पुलवामा
में सीआरपीएफ के काफिल पर हुए आतंकी हमले का पहला बदला ले लिया है। सेना ने पुलवामा
एनकाउंटर में जैश के दो आतंकियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों में पुलवामा
आतंकी हमले का मास्टरमाइंड कामरान शामिल है…।।
ये जान लो पाकिस्तान तेरी सरपरस्ती में पलने
वाले आतंक के आकाओं की उल्टी गिनती शुरू हो गई है....एक-एक कर गिनता चला...और अपनी
आस्तीन में पलने वाले इन सपोलों कब्र पर आंसू बहाता चला...क्योंकि पुलवामा हमले का
पहला ट्रेलर तेरे सामने है....मास्टरमाइंड गाजी रशीद और कामरान को
सुरक्षाबलों ने जन्नत की वादियों से कब्रगाह में पहुंचा दिया..जबकि एक आतंकी
मोहम्मद आदिल डार आत्मघाती हमले में पहले ही ढेर हो चुका था....गाजी जैश के सरगना
मौलाना मसूद अजहर के सबसे करीबी में से एक था....गाजी को युद्ध तकनीक और IED बनाने का
प्रशिक्षण तालिबान से मिला है और इस काम के लिए उसे जैश का सबसे भरोसेमंद माना
जाता था...लेकिन बदला अभी बाकि है...ये मान ले कायर पाकिस्तान हिन्दुस्तान के
जबांजों ने पुलवामा हमले के पहला ले लिया...लेकिन आतंकवाद के साये में पलने वाले
नापाक पाकिस्तान इंताजर कर परिणाम तेरे लिए और भी खौफनाक आने वाला है....तेरे आतंक
का खात्मा तेरे घर में घुकर होगा...।।
पुलवामा हमले के बाद जिस
तरह से पूरे देश में आक्रोश है उसका सीधा संदेश यही है कि पाकिस्तान ही नहीं उसके
हमदर्द भी अब किसी भी कीमत पर भारत को बर्दाश्त नहीं हैं...देश की सामूहिक सोच यही
है कि अब कोई भी अस्त्र ना छोड़ो बस हर हाल में पाकिस्तान की कमर तोड़ो....फिर
चाहे वो कूटनीति का रास्ता हो अर्थनीति का हथियार हो या फिर सैन्यनीति का वार
हो.... पुलवामा हमले ने
देश को ऐसा जख्म दिया कि उससे पूरा देश उबल रहा है...देश की आवाज यही
है कि अब आतंक को और बर्दाश्त नहीं करेंगे…जो आग लोगों के दिल में लगी है... वैसी ही आग उनके
दिल में भी धधक रही है....
बाइट-सैनिक की
चेतावनी देते हुए
पुलवामा में सुरक्षाबलों
से आतंकियों की मुठभेड़ में आतंकियों की घेराबंदी की गई है....पिंगलीना इलाके में
जारी इस मुठभेड़ में दोनों तरफ से फायरिंग हुई... इस मुठभेड़ में हमारी सेना के एक
मेजर समेत चार जवानों फिर अपना शाहदत दी....इलाके में कई आतंकियों के छिपे होने की
खबर है...इस शहादत के बाद जम्मू कश्मीर में पिछले पांच दिनों में शहीद भारतीय
जवानों का आंकड़ा 45 पहुंच गया है...।।
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पाकिस्तानी मुबई छोड़ों
पुलवामा से आई एक और बुरी
खबर ने एक बार फिर पूरे देश की आंखे नम कर दी...वतन की हिफाजत में एक मेजर समेत
चार और जवानों ने अपनी शहादत दी... शहीद मेजर का नाम डीएस ढ़ौडियाल है, जो उत्तराखंड के
देहरादून. के रहने वाले हैं। वहीं शहीद जवानों का नाम सेवा राम, अजय कुमार और हरी
सिंह है।
बस ये बात हवाओं के बताए
रखना, रौशनी होगी चिरागों को जलाए रखना...लहु देकर भी जिसकी हिफाजत की शहीदों
ने... उस तिरंगे को सदा दिल में बसाए रखना...दिल से मरकर भी निकलेगी वतन की
उल्फत,...मेरी मिट्टी से खुसबू ए वतन आएगी...जींहा कुछ यही कहती है नम आखों से
अंतिम विदाई....जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए 40 जवानों की चिता की आग अभी
ठंडी भी नहीं हुई थी कि,....चार और जवान आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए.
पुलवामा के पिंगलिना में जवानों ने आतंकियों के खिलाफ एक्शन शुरू किया...लेकिन
एनकाउंटर शुरू होने के कुछ ही देर बाद सुरक्षाबल के 4 जवान शहीद हो गए....इनमें एक
मेजर रैंक का अफसर भी शामिल है....डीएस ढ़ौडियाल है, जो उत्तराखंड के
देहरादून. के रहने वाले हैं जबकि कुछ जवान घायल हैं....पिछले पांच दिनों में
कश्मीर में अब तक 45 जवान शहीद हो चुके हैं... सरकार सेना को एक्शन की खुली छूट दे
चुकी है.... इसके बावजूद आतंकी जवानों को निशाना बना रहे हैं....
मालूम हो कि पुलवामा में जम्मू
श्रीनगर हाईवे पर अवंतीपोरा में सीआरपीएफ पर आत्मघाती हमला हुआ था....जिसमें 40
जवान शहीद हुए थे. आतंकी ने विस्फोटक से लदी गाड़ी जवानों से भरी बस में घुसा दी...
इससे हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए...इस हमले के ठीक दो दिन बाद जम्मू
कश्मीर के रजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर बारूदी सुरंग के विस्फोट में मेजर
चित्रेश सिंह बिष्ट शहीद हो गए.... मेजर बिष्ट विस्फोटकों की छानबीन के लिए गठित
एक बम निष्क्रिय दस्ते की अगुवाई कर रहे थे. ...इसी दौरान हुए विस्फोट में वो शहीद
हो गए.
पुलवामा जिले के पिंगलिना
इलाके में आतंकियों का एनकाउंटर करने सेना सर्च ऑपरेशन चला रही थी....इस
दौरान मुठभेड़ में चार जवान शहीद हो
गए....बताया जा रहा है कि जवानों ने अभी भी आतंकियों को घेर रखा है और मुठभेड़ जारी
है....शहीद हुए जवानों में मेजर डीएस डोंडीयाल, हेड कॉन्स्टेबल
सेव राम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरी सिंग हैं...आतंकी हमले के
बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने कई कदम उठाए हैं...भारत सरकार ने
पाकिस्तान से होने वाले आयात को 200 फीसदी बढ़ा दिया है, ताकि उसके लिए
भारत से व्यापार आसान ना हो सके...यही नहीं, पाकिस्तान से
भारत मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी छीन चुका है....अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी
पाकिस्तान को घेरने की तैयारी हो रही है...प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सार्वजनिक
मंचों पर यह कह चुके हैं कि,.. उन्होंने सेना को खुली छूट दी है. वो जगह और समय
खुद तय करके आतंकियों से बदला ले....।।
प्रमोद शर्मा...
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF पर हुए आत्मघाती
हमले को लेकर लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ है…. बॉलीवुड से भी
तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं….सिनेमा इंडस्ट्री
ने भी पुलवामा की घटना के बाद पाकिस्तान पर दबाव डालने के लिए अपनी तरफ से कई पहल
की है… AICWA ने अपनी घोषणा में पाकिस्तानी कलाकार पूरी तरह
से हों बैन कर दिया है...।।
जम्मू कश्मीर के
पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये. इससे पूरे देश
में पाकिस्तान के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है....बॉलीवुड इंडस्ट्री ने भी
इस हमले की कड़ी निंदा की है....अब ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने फिल्म इंडस्ट्री
में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों और आर्टिस्ट्स को पूरी तरह से बैन करने की घोषणा
की है....इस बाबत AICWA के जनरल सेक्रेटरी रौनक सुरेश जैन की ओर से एक
नोटिस जारी किया गया है....
इस नोटिस में कहा गया है कि, एसोसिएशन, जम्मू कश्मीर
के पुलवामा जिले में हमारे जवानों पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता है....पीडित
परिवारों के साथ हमारी संवेदना है. ऐसे आतंक के खिलाफ एसोसिध्यान राष्ट्र के साथ
खड़ा है.
नोटिस में आगे कहा गया,' हम आधिकारिक रूप
से पाकिस्तानी कलाकारों को बैन करने की मांग करते हैं. इसके बावजूद कोई संस्था
पाक कलाकारों के साथ काम करने पर जोर देता है तो उसे भी एसोसिएशन द्वारा बैन कर
दिया जायेगा. साथ ही उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. देश सबसे पहले आता है, हम देश के साथ
खड़े हैं. '
लोकसभा में सरकार की तरफ
से दिए आंकड़ों के मुताबिक, बीते चार सालों से ज्यादा समय में जम्मू कश्मीर में
आतंकी हमलों की घटनाओं में 177 फीसदी से ज्यादा इज़ाफा हुआ...साल 2014 में जम्मू में
आतंकवाद की 222 घटनाएं हुई थीं
जबकि 2018 में यह संख्या 614 रही...रिपोर्ट
देखिए...।।
जम्मू
कश्मीर के पुलवामा में हुआ आतंकी हमला जम्मू में सुरक्षाबलों पर सबसे घातक हमला
रहा....छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के बाद ये सीआरपीएफ पर दूसरा सबसे डरावना हमला
है....2010
में
दंतेवाड़ा में हुए हमले में 75 सुरक्षाबल
शहीद हुए थे... गृह
मंत्रालय में गृहराज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने पांच फरवरी 2019 को लोकसभा में दिए थे....जवाब के मुताबिक जम्मू कश्मीर
में बीते पांच सालों यानि, 2014 से 2018 के बीच हुए आतंकी हमलों में शहीद
हुए जवानों की संख्या में 94 फीसदी
का इजाफा हुआ
है...।।
साल 2014 से 2018 के बीच कुल 1,708 आतंकवादी हमले हुए जिनमें 339 जवान शहीद हुए.
गृहराज्य मंत्री की और से दिए गए जवाब के मुताबिक, साल
2014
में 47 जवान शहीद हुए थे जबकि 2018 में यह आंकड़ा बढ़कर 91 हो गया....इस तरह अगर साल 2014 से तुलना करे तो जम्मू कश्मीर में
शहीद हुए जवानों की संख्या में करीब 94 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है....
वहीं, बीते चार सालों से ज्यादा समय में जम्मू कश्मीर में
आतंकवादी हमलों की घटनाओं में 177 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है....साल 2014 में राज्य में आतंकवाद की 222 घटनाएं हुई थीं जबकि 2018 में यह संख्या 614 रही.
जवानों
के अलावा साल 2014 से 2018 के बीच आतंकी घटनाओं में 138 नागरिकों की मौत हुई है.....साल 2014 में इस तरह की घटनाओं में 28 नागरिक मारे गए थे वहीं साल 2018 में 38 नागरिकों की हत्या हुई.
पिछले पांच सालों में 838 आतंकवादियों को मार गिराया गया
है....2014 में 110 आतंकवादियों को जवानों ने मार
गिराया था जबकि 2018 में
यह संख्या 257 रही....इस तरह, इस अवधि में आतंकवादियों को मार
गिराए जाने की घटना में 134 फीसदी
की बढ़ोतरी हुई
है...
गृह
मंत्रालय की और से दिए गए जवाब के मुताबिक, बीते
पांच वर्षों में आतंकवाद की सर्वाधिक घटनाएं 2018 में हुई हैं....2017 की तुलना में 2018 में आतंकवाद की घटनाएं 80 फीसदी बढ़ी हैं...इंडियास्पेंड की 19 जून 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में 2017 तक 28 सालों में आतंकवाद की 70,000 से अधिक घटनाएं हुई थीं....इस दौरान 22,143 आतंकवादियों को ढेर किया गया, 13,976 नागरिकों को जान गंवानी पड़ी और 5,123 जवान शहीद हुए....
प्रमोद
शर्मा...
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