उत्तराखंड में कांग्रेस को मिला नया हथियार ?
उत्तराखंड में कांग्रेस को मिला नया हथियार
गंगा के भरोसे पूर्वांचल साधेगी प्रियंका
‘सॉफ्ट हिंदुत्व’ पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस
उत्तराखंड में कांग्रेस को और नया हथियार मिल गया....बीजेपी के
वरिष्ठ नेता भुवन
चंद्र खंडूड़ी के बेटे, मनीष खंडूड़ी ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया...अब कांग्रेस जनरल
खंडूड़ी का बेटा होने की वजह से मनीष की एंट्री को बीजेपी सरकार के प्रति नाराजगी
के रूप में पेश करेगी...रिपोर्ट देखिए...।।
वीओ-1 PKG_1
उत्तराखंड में सियासत एक और
नहीं बीसात बिछ गई...बिसात ऐसी बीछी की बिजेपी को अपनी पुरानी कहानी की नई तस्वीर
याद आ गई...2014 के लोकसभा चुनाव में जब कांग्रेस ने सतपाल महाराज को दर-किनाकर किया
तो महाराज ने हाथ साथ छोड़ दिया और बीजेपी के साथ हो लिए....अब जब 17वीं लोकसभा
चुनाव का डंका बज गया तो कांग्रेस उत्तराखंड में बीजेपी को ऐसा झटका दिया कि,
कांग्रस गदगद हो गई और बीजेपी अफशोस में पड़ गई...इस बीर उत्तराखंड में चुनाव की
तस्वीर ऐसी बदली कि पूर्व
मुख्यमंत्री और बीजेपी वरिष्ठ नेता रिटायर मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी के बेटे,
मनीष खंडूड़ी कांग्रेस के हो चले...और इसके लिए राजधानी देहरादून में रैली कर
कांग्रस ने देशव्यापी संदेश भी दे दिया...।।
बाइट- राहुल गांधी
संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष रहते जनरल खंडूड़ी ने
जिन मुद्दों को उठाया था... कांग्रेस उन्हीं को केंद्र
के खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल किया है...कांग्रेस में बड़े स्तर पर चल रही
मशक्कत से ये पहले ही साफ हो चुका था कि, मनीष खंडूड़ी देहरादून में कांग्रेस का
हाथ थामेंगे....अब-जब उनकी कांग्रेस में एंट्री हो ही गई है तो लिहाजा इसके साथ ही
कांग्रेस का चुनावी प्लान भी तैयार हो गया...कांग्रेस मनीष के जरिए सेना की
जरूरतों और सैनिकों की उपेक्षा को मुद्दा बना रही है...।।
बाइट-
इतना
ही नहीं अब कांग्रेस जनरल खंडूड़ी का बेटा होने की वजह से मनीष की एंट्री को,...
खंडूड़ी की सरकार के प्रति नाराजगी के रूप में पेश करेगी...हालांकि, खंडूड़ी की छवि
ईमानदार नेता की रही है....वे इस समय गढ़वाल संसदीय सीट से बीजेपी के सांसद हैं....और
उनकी बेटी ऋतु खंडूड़ी भी गढ़वाल सीट के तहत आने वाले यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र
से पार्टी की विधायक हैं..... अब कांग्रेस खंडूड़ी की सीट पर ही उनके बेटे को
लोकसभा चुनाव में उतारकर बीजेपी पर मानसिक तौर पर दबाव बनाने की कोशिश करेगी.....पौड़ी
गढ़वाल सीट पर पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों से जुड़े मतदाताओं का दबदबा है....सैनिकों
से जुड़े मुद्दे इस वक्त गरम हैं.... खंडूड़ी की पूर्व सैनिकों के बीच अच्छी पैठ
मानी जाती है...हालांकि, उनके
बेटे मनीष का सेना से वास्ता नहीं रहा है, लेकिन कांग्रेस को लगता है
कि सैनिक परिवार से होने और पूर्व मुख्यमंत्री खंडूड़ी के बेटे के नाते उन्हें
पूर्व सैनिकों के बीच चुनावी माहौल बनाने में दिक्कत नहीं होगी....कांग्रेस इस
दांव से मनीष खंडूड़ी के जरिए पूर्व सैनिकों के बीच पैठ बनाने की रणनीति पर भी काम
कर रही है....प्रदेश कांग्रेस का एक खेमा बीसी खंडूड़ी को रक्षा मामलों की संसदीय
समिति के अध्यक्ष पद से अलग करने को भी मुद्दा बनाने की रणनीति पर काम कर रहा है...।।
प्रमोद
शर्मा TV 24
लोकसभा चुनाव 2019 के
कार्यक्रम की घोषणा होने के बाद चुनावी माहौल का पारा चढ़ गया है....जिसके बाद से
राजनीतिक दलों के जनसंपर्क में तेजी आ गई है.... हर दल जनता को साधने में जुटा हुआ
है.... पार्टियों में अभी भी जोड़-तोड़ जारी है... इसी बीच कांग्रेस अब मां गंगा
के सहारे काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने की तैयारी में है...।।
वीओ-1
लोकसभा चुनाव की
रणभेरी बजी तो,..पार्टियां गठबंधन बनाने से लेकर उम्मीदवार तक पर मंथन करने
लगी.....उद्देश्य सिर्फ यही है कि, उनकी सरकार कैसे बने सत्तारूढ़ दल बीजेपी इस
बार 'मोदी है तो
मुमकिन है' के नारे के
साथ...जीत का दावा कर रही है....वहीं, प्रमुख
विपक्षी दल कांग्रेस अपने ट्रंप कार्ड प्रियंका गांधी के साथ बदलाव की आस लगाए
बैठी है....जिस प्रदेश से लोकसभा की राह आसान होती है.... उसके पूर्वी
हिस्से की कमान पार्टी महासचिव बनाकर प्रियंका को सौंपी गई है.. एसपी बीसपी गठबंधन
ने भी लड़ाई को दिलचस्प बनाकर बड़ा दाव खेला है...मां गंगा के भरोसे पूर्वांचल
कितना सधेगा...यह समय ही बताएगा...लेकिन मेरठ में जातीय वोटों पर नजर गढ़ाने
पहुंची प्रियंका गांधी चन्द्र शेखर से सादगी...गठबंधन के कैंडिडोटों की उम्मीदें पर
परवान चढ़ गई हैं...।।
बाइट- हाजी
याकूब, एसपी नेता
कांग्रेस की राष्ट्रीय
महासचिव प्रियंका गांधी ने पूर्वांचल के दौरा कर मां गंगा की यात्रा करेंगी...पार्टी
सूत्रों की मानें तो चुनावी अभियान को धार देने...
नमामि गंगे और मिशन फॉर
क्लीन गंगा की हकीकत जानेंगी....इससे साऱ होता है कि, प्रियंका इस चुनावी यात्रा
से सॉफ्ट हिंदुत्व के साथ....अपने गंगा प्रेम को भी दिखाना चाहती हैं.....प्रयागराज
के रास्ते पीएम की कुर्सी को साधने की जुगत में लगीं प्रियंका की इस पहल के मायने सियासी
नुमाइंदे भी निकाल हैं...मां गंगा के साथ बाबा विश्वनाथ का हाथ और साथ कांग्रेस को
मिलता है या नहीं मिलात है, यह तो परिणाम ही बताएगा....पर
प्रियंका के इस दांव ने बीजेपी समेत सभी विपक्षी दलों में बेचैनी जरूर बढ़ा दी है...।।
बाइट-हाजि याकूब..।।
हालांकि बिजेपी के धुर
विरोधी उसे निशाने पर लेकर तरह-तरह के मुद्दे उठाकर उसे घेरने में लगे
हैं...हालांकि मुद्द तो बहुत हैं, लेकिन
किसानों का मुद्दा अभी बीजेपी के लिए सवालों का आखाड़ा बना हुआ है...क्योंकि,
स्तिथि न किसानों की सुधर रही है...और युवाओं को रोजगार की...और यही कारण है कि
गठबंधन के सियासी नुमाइंदे....सत्ता का सुख भोगने के लिए इसे मुद्दा बनाने की
कोशिश कर रहे हैं...
वीओ-1
हालांकि, माना तो यह भी जे
रहा है कि, प्रियंका गांधी नेहरू की विरासत संभालने के लिए....फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ सकती हैं.... इस सीट
पर 1984 के बाद कांग्रेस को सिर्फ हार मिल रही है....इसके बाद इसी सीट से पं.
नेहरू की बहन विजय लक्ष्मी पंडित दो बार निर्वाचित हुईं....विश्वनाथ प्रताप सिंह
भी कांग्रेस से इस सीट से लोकसभा पहुंचे थे.... 1984 में रामपूजन पटेल आखिरी बार
कांग्रेस से इस सीट पर निर्वाचित हुए..इसके बाद यह सीट
कांग्रेस के हाथ नहीं आई....ऐसे में प्रियंका पूर्वांचल की चुनावी वैतरणी पार करने
के लिए फूलपुर से चुनाव भी लड़ सकती हैं...फिलहाल यह निर्णय पार्टी हाईकमान को
करना है..।।
प्रमोद शर्मा...
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें