25 दिसम्बर 2022 को हरिद्वार का सर्वानंद घाट बनेगा एक इतिहास का साक्षी
जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर व शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बताया कि वो मुस्लिम मौलानाओं के साथ सार्वजनिक शास्त्रार्थ के माध्यम से लव जिहाद,सर तन से जुदा,गौहत्या,मठ मन्दिर विध्वंस और ग़ज़वाए हिन्द की सच्चाई को समझने और सारे विश्व के सामने लाने का प्रयास करेंगे।यह कार्य पूरे कहीं गुप चुप कमरों में बैठकर नहीं बल्कि पूरी दुनिया के सामने होना चाहिये ताकि दुनिया की सच्चाई को समझ सके।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं का पक्ष आज सारे विश्व के सामने आना ही चाहिये।आज पूरी दुनिया इस्लाम को घृणा की नजर से देख रही है क्योंकि मुसलमान पूरी दुनिया को अपनी शिकारगाह बनाये हुए हैं।जो भी मुसलमानों की दुर्गति पर तरस खा कर उन्हें शरण देता है या सहायता करता है,मुसलमान उसी की दुर्गति कर देते हैं।पूरा यूरोप इसका ज्वलन्त उदाहरण है।धर्म के आधार पर बटवारा होने के बाद भी भारतवर्ष के बंटवारे के समय हिन्दुओ ने मुसलमानों को अपना भाई समझ कर यहाँ रहने दिया।परन्तु आज मुसलमानों ने पूरे भारत को तरह तरह के जिहाद के नाम पर नरक बना कर रख दिया है।ऐसे में ये समझना बहुत जरूरी है कि वास्तव में इस्लाम है क्या?और ये तभी सम्भव है जब इस्लाम के धर्मगुरु खुले मन से इस विषय पर अपनी बात दुनिया के सामने रखे और हमारी आशंकाओं का सही सही उत्तर दे।अगर हमने मिलकर इन सब प्रश्नों के उत्तर तलाश कर लिये और सच्चाई दुनिया के सामने ला कर रख दी तो ये सम्पूर्ण मानवता की बहुत बड़ी सेवा होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि 25 दिसम्बर 2022 से होने वाले इस तीन दिवसीय आयोजन के लिये हरिद्वार सबसे उपयुक्त स्थान है और हरिद्वार में भी माँ गंगा के तट पर सर्वानंद घाट इसके लिये बहुत अच्छा रहेगा।जो भी शास्त्रार्थ होता है उसका सोशल मीडिया और अन्य साधनों से सारे विश्व मे प्रसारण किया जाएगा। पूर्व मुस्लिमों की एक पूरी फौज इस पुनीत कार्य मे सत्य का साथ देना चाहती है जो उस समय शास्त्रार्थ में उपस्थित रहकर सत्य को समझने में सहायता देगी।हरिद्वार में बहुत से ऐसे धर्मगुरु हैं जो बड़े बड़े मौलानाओ के मित्र समझे जाते हैं।इस आयोजन में उन सबकी मदद लेने का प्रयास किया जाएगा।लखनऊ निवासी योगी सरोजनाथ जी इस आयोजन के मुख्य संयोजक होंगे।वो भारत के सभी हिन्दू धर्मगुरुओं को इस आयोजन से जोड़ेंगे और सभी मुस्लिम धर्मगुरुओं को इसके लिये पत्र लिखकर आमंत्रित करेगे।
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