ye vimaan palabhar mein karega dushman mulk ka khaatma_3

जब एशिया के सबसे बड़े
मिलिट्री एविएशन शो ऐरो इंडिया-
2019 का आगाज हुआ था...देश के हर नागरिक का सीना गर्व से चौड़ा हो
गया....इस एविएशन शो ऐरो इंडिया शो में सात समन्दर पार से आने वाले दुश्मन को भारत
ने अपनी ताकत का ऐहसास कराया...रक्षामंत्री ने निवेशकों को एयरोस्पेस और कई
क्षेत्रों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया...जिससे भारत में विनिर्माण में
मदद मिल सके...।।




वीओ-1
हिन्दुस्तान की आसमानी
ताकत देखों...हवा में उड़ता दुश्मन के खात्में का हथियार देखों...पड़ोसी मुल्क की
नापाक नजर पर भारत की गड़गहाट देखों....मिलिट्री एविएशन शो ऐरो इंडिया-
2019 में बेंगलुरु के
आसमान में पहली बार उड़ान भरता राफेल विमान देखों....हिन्दुस्तान की इस ताकत के
आसमान में करतब ऐसे कि, दुश्मन पहले ही कोसो दूर भाग जाए....कितनी चौड़ा हो जाता
है हिन्दुस्तान की सीना जब राफेल के अलावा, सुखोई और तेजस जैसे फाइटर जेट और सारंग
हेलिकॉप्टरों गडगडहाट आसमान में तिरंगा की शान बढ़ता है...सबसे पहले बेंगलुरु में
हादसे के शिकार हुए सूर्य किरण एयरबैटिक्स टीम के पायलट विंग कमांडर साहिल गांधी
को श्रद्धांजलि देने के लिए धीमी गति से राफेल विमान ने उड़ान भरा....
इस दौरान रक्षा मंत्री
निर्मला सीतारमण ने निवेशकों को रक्षा निर्माण के बड़े बाजार भारत में एयरोस्पेस
और क्षेत्रों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया...सीतारमण ने एयरो इंडिया
2019 के उद्घाटन के
दौरान
मेक इन इंडिया' की मजबूत वकालत
की...और रक्षा निर्माण में
100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी
निवेश को मंजूरी देने समेत...सरकार के उठाए कई कदमों का जिक्र किया.....एशिया के
प्रमुख एयर शो का
12वां संस्करण यहां येलाहांका में आयोजित हुआ...
रक्षा मंत्री ने एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्रों में संभावनाओं की बात करते हुए कहा
कि मूल उपकरण निर्माता  संयुक्त उपक्रम
साझीदार खोज सकते हैं ताकि उत्पादन बढ़ाया जा सके...
सीतारमण ने यह भी कहा कि
पिछले चार साल में और मौजूदा वित्त वर्ष में सशस्त्र बलों के लिए रक्षा उपकरण की
खरीदारी के लिए....भारतीय विक्रेताओं के साथ करीब
1,27,500 करोड़ रुपये के 150 अनुबंधों पर
हस्ताक्षर किये गये आखिर क्या है राफेल की खासियत जरा ग्राफिक्स के जरिए
समझिए...।।
हेड़र-ये हैं
राफेल की खासियतें
ये दो इंजन वाला
लड़ाकू विमान है
, जो भारतीय
वायुसेना की पहली पसंद है हर तरह के मिशन में भेजा जा सकता.
अत्याधुनिक
हथियारों से लैस होगा राफेल
, प्लेन के साथ
मेटेअर मिसाइल भी है
150 किमी की
बियोंड विज़ुअल रेंज मिसाइल
, हवा से जमीन पर
मार वाली स्कैल्प मिसाइल
स्कैल्प मिसाइल
की रेंज 300 किमी
, हथियारों के
स्टोरेज के लिए 6 महीने की गारंटी
अधिकतम स्पीड
2,130 किमी/घंटा और 3700 किमी. तक मारक क्षमता
1 मिनट में
60,000 फ़ुट की ऊंचाई और 4.5 जेनरेशन के ट्विन इंजन से लैस
24,500 किलो
उठाकर ले जाने में सक्षम और 60 घंटे अतिरिक्त उड़ान की गारंटी
75% विमान हमेशा
ऑपरेशन के लिए तैयार हैं
, परमाणु हथियार ले
जाने में सक्षम है
अफगानिस्तान और
लीबिया में अपनी ताकत का प्रदर्शन कर चुका है
भारतीय वायुसेना
के हिसाब से फेरबदल किए गए हैं
GFX OUT
जानकारों की माने तो पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान की
बढ़ती क्षमताओं को देखते हुए भारतीय वायु सेना के लडाकू विमानों के बेड़े को मजबूत
बनाना जरूरी हो गया था..
 राफेल के भारतीय वायु सेना में शामिल होने से भारत की मारक
क्षमता बढ़ेगी.. भारतीय वायु सेना लड़ाकू वमानों की कमी का सामना कर रही है और जरूरत
के हिसाब से उसके पास
43 लडाकू
स्क्वैड्रन होने चाहिए
...जबकि
अभी केवल
34 लडाकू स्क्वैड्रन है। अगले 8 सालों में इनमें से भी 8 स्क्वैड्रन के विमान पुराने पडऩे के कारण बेड़े से बाहर हो
जाएंगे
...।।
प्रमोद शर्मा.

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