Bageshwar Dham News: कथा-वाचक देवकीनंदन ठाकुर ने बाबा धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन, में कहा-सनातन धर्म ही टारगेट क्यों?
Latest News on Religion! आस्था में विवाद की गुंजाइस कहा ? भारत में आस्था ही सर्वोपरि है। यह संत ,महात्माओ ,सूफियों का देश है। न जाने कितने पंथ है और न जाने कितनी पूजा पद्धति। कोई शिव को मानता है तो शाक्त को। कोई विष्णु नाम जपकर जीवन जीता है तो कोई राम नाम को ही जीवन का आधार मानता है। कोई कृष्ण की लीला को याद कर जीवन को धन्य मानता है तो कोई तंत्र मन्त्र साधना को अपनाकर भवसागर को पार होना चाहता है। कोई रामभक्त हनुमान का उपासक है तो कोई गीता के रहस्यों में जीवन का आनद ढूंढता फिरता है। जितने लोग उतनी तरह की भक्ति। भारत की यही महानता है। यह सर्व धर्म समभाव का देश है। इस देश में सनातन को आगे बढ़ाने की बात होती है और सनातन (SANATAN) में ही जीवन के रहस्य छुपे होने की बात भी की जाती है। साधू संतो के इस देश की खासियत भी यही है। धर्म से विमुख लोगो को देश के महान कथावाचकों ने लोगो को धरम का मार्ग दिखाने में कोई त्रुटि अभी तक नहीं की है। एक से बढ़कर एक कथावाचक सनातन का झंडा उठाये हुए लोगो को हर रोज अमृतपान कराने से नहीं चूकते। सनातन की जय हो यह कल्पना मात्र है।
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इधर बागेश्वर (Bageshwar Dham) धाम कुछ ज्यादा ही चर्चित है। बागेश्वर धाम राम भक्त हनुमान की स्थली है। बजरंगवली सबकी मनोकामना पूरी करते हैं ऐसा शास्त्रों में भी दर्ज है। और खासकर कलयुग में बजरंगबली की महिमा को कौन नहीं जानता ! बागेश्वर धान के पुजारी है शास्त्री। वे सिद्ध पुरुष है। संत है और बजरंगवली के कृपापात्र भी। लोगो की समस्याएं झट से यहाँ खत्म होती है। लोगों के मन की बात भी संत जी बताते हैं और समाधान भी करते हैं। लेकिन यह कलयुग जो है। विज्ञानं का दौर है ,भला संतो के चमकत्कार पर कौन यकीन करे ! विज्ञानं तो प्रमाण माँगता है और धर्म आस्था में प्रमाण की जरूरत नहीं। यह तो विश्वास का मामला है। देश के कोने कोने में बागेश्वर धाम की धूम मची है। चमत्कार भी दिख रहा है तो आलोचना भी हो रही है।
कई लोगो ने धीरेन्द्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) पर सवाल उठाये। उन पर कई तरह के आरोप लगाए। कहा गया कि वे जो कर रहे हैं जो बता रहे हैं सब ढोंग है। लेकिन चमत्कार के कायल हुए लोग बाबा के साथ खड़े हैं। लाखों लोगो की आस्था है। कई बड़े बड़े नेता अधिकारी भी बाबा से आशीष पाकर मस्त हो रहे हैं। लेकिन आलोचना को भला कौन रोक सकता है।
अब बागेश्वर धाम के बाबा धीरेन्द्र शास्त्री के समर्थन महान कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर (Devkinandan Thakur) जी भी उतर गए हैं। ठाकुर जी ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि बार -बार सनातन को टारगेट क्यों किया जा रहा है ? देवकीनंदन जी ने कहा कि हमारे शास्त्रों में वेद और पुराणों में चमत्कारों के बारे में बताया गया है। उन्होंने कहा कि जब कोई फादर या मौलवी ऐसा काम करता है तो उनपर सवाल खड़े नहीं होते लेकिन जब कोई सनातनी लोगो के संकट दूर करता है ,लोगो के दुःख दूर करता है तो बहुतो को तकलीफ होती है। उन्होंने आगे कहा है कि मेरे छोटे भाई बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) वाले महाराज पुरे पंडाल के सामने लोगो की परेशानियों का हल कर रहे हैं। इसके लिए वे किसी को ठगते नहीं न किसी से कोई फीस लेते हैं तो फिर इतना बवाल क्यों है ? क्या सनातनी को टारगेट किया जाता रहेगा ?
देवकीनंदन जी ने और से बहुत सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि सनातन में चमत्कार होते रहते हैं। यह सब ईश्वर की कृपा ही तो है। अगर शास्त्री जी के चमत्कार से दुखियो के दुःख दूर हो जाते हैं तो इसमें बुराई क्या है ? फिर शास्त्री जी किसी को बुलाने नहीं जाते। लोग भक्तिभाव से आते हैं और खुश होकर जाते हैं। सनातन में ईश्वर की भक्ति सबसे बड़ी बात होती है और हनुमान जी की भक्ति से ही यह सब हो रहा है। इसका विरोध सनातन का विरोध है और इसे कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता।
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